बिजली कर्मचारी की खंभे पर करेंट लगने से मौके पर मृत्यु, बिजली कंपनी और ठेकेदार एजेंसी की सांठ गांठ का शिकार हुआ बिजली कर्मचारी, भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से बिजली कर्मचारियों को नहीं मिल रहे सुरक्षा के उपकरण 

Electricity worker died on the spot due to electric shock on the pole

बिजली कर्मचारी की खंभे पर करेंट लगने से मौके पर मृत्यु, बिजली कंपनी और ठेकेदार एजेंसी की सांठ गांठ का शिकार हुआ बिजली कर्मचारी, भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से बिजली कर्मचारियों को नहीं मिल रहे सुरक्षा के उपकरण 
बिजली कर्मचारी की खंभे पर करंट लगने से मौके पर मृत्यु

बिजली कर्मचारी की खंभे पर करंट लगने से मौके पर मृत्यु, बिजली कंपनी और ठेकेदार एजेंसी की सांठ गांठ का शिकार हुआ बिजली कर्मचारी, भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से बिजली कर्मचारियों को नहीं मिल रहे सुरक्षा के उपकरण 


डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

रतलाम, रतलाम के पिपलौदा क्षेत्र में बिजली विभाग इसकी आउटसोर्सिंग कंपनी की बड़ी लापरवाही सामने आई। इस बड़ी लापरवाही ने एक ओर बिजली कर्मचारी की जान चली गई। बिना कोई सुरक्षा उपकरणों के 11 केवी हाई वोल्टेज लाइन के फॉल्ट को सही करने के लिए तजुर्बेदार कर्मचारी शांतिलाल उम्र 40 वर्ष पिता रमेशचंद्र पोरवाल निवासी कमलखेड़ा खंबे पर चढ़ा और रिवर्स करेंट आने से उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

दरअसल घटना पिपलौदा के गोपालधनगर के खेत की है जहां लाइन में तकनीकी खराबी की सूचना मिलने पर लाइनमैन शांतिलाल पहुंचा था। मिली जानकारी के मुताबिक उसने फॉल्ट भी ठीक किया लेकिन जैसे ही वह खंभे से नीचे उतरने लगा तभी रिवर्स करंट आने से उसकी चपेट में कर्मचारी के आने से उसकी मृत्यु हो गई। हादसे के मौके पर न तो उसके पास कोई सूट, सेफ्टी बेल्ट, ग्लव्स और न ही हेलमेट या अन्य सुरक्षा के उपकरण मौजूद थे। यदि यहां सभी उपकरण आउटसोर्स कंपनी अपनीले कर्मचारी को देती तो शायद करेंट लगने वाले हादसों में कमी आती। लेकिन अपने फायदे के चक्कर बिजली विभाग के कर्मचारी और आउटसोर्स कंपनी सांठ गांठ कर कर्मचारियों के जीवन से खेलते है। अगर जांच हो तो बड़े बड़े अधिकारी इसमें भ्रष्ट मिलेंगे। 

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करंट कैसे लगा यह सवालिय निशान

स्थानीय लोगों के मुताबिक लाइनमैन ने फॉल्ट सुधारने से पहले बिजली बंद करवाई थी लेकिन शायद उतरते समय अचानक सप्लाई शुरू हो गई जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हो गया। घटना के बाद से ही पीड़ित के परिवार और ग्रामीणों में आक्रोश है। जावरा क्षेत्र के विद्युत कंपनी के मुताबिक घटना की जांच की होगी। बता दें कि इससे पहले भी ऐसे कई हादसे हो चुके है। लेकिन बीते हादसों से भी सबक ना लेते हुए कुछ भी बदलाव नहीं किए गए। वजह साफ है `भ्रष्टाचा’

पुलिस ने किया मर्ग कायम

घटनास्थल पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया। घटना से परिवारजन सदमे में है। बिजली कर्मचारियों की मदद से शांतिलाल के शव को नीचे उतारा। बता दें शांतिलाल की खंभे पर ही मृत्यु हो चुकी थी। पिपलौदा थाना पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पीएम के लिए भेजते हुए मर्ग कायम किया। शव परिजनों को सौंपा गया। शांतिलाल के परिवार में उसके दो छोटे बच्चे हैं,  शांतिलाल परिवार में अकेला कमाने वाला था।