हिंदी विषय में रोजगार की संभावनाएं विषय पर हुआ व्याख्यान, एक्सपर्ट ने कहा हिंदी भाषा में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं, अपना भविष्य हिंदी मीडिया में भी बना सकते है

A lecture was held on the topic of employment opportunities in Hindi language, the expert said that there are immense employment opportunities in Hindi language, one can make his future in Hindi media as well

हिंदी विषय में रोजगार की संभावनाएं विषय पर हुआ व्याख्यान, एक्सपर्ट ने कहा हिंदी भाषा में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं, अपना भविष्य हिंदी मीडिया में भी बना सकते है
भगत सिंह कॉलेज में हुआ व्याख्यान

हिंदी विषय में रोजगार की संभावनाएं विषय पर हुआ व्याख्यान, एक्सपर्ट ने कहा हिंदी भाषा में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं, अपना भविष्य हिंदी मीडिया में भी बना सकते है

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

जावरा, भगत सिंह शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्था प्राचार्य डॉ.एजी.पठान के मार्गदर्शन में हिंदी विभाग द्वारा हिंदी विषय में रोजगार की संभावनाएं विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य वक्ता PMCOE रतलाम की डॉ.अर्चना भट्ट रही। उन्होंने कहा कि रोजगार आज के युग की बड़ी गंभीर और ज्वलंत समस्या है। प्रत्येक विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के दौरान इस विषय पर मंथन जरूर करता है कि वह जिस विषय में शिक्षा प्राप्त कर रहा है, उसमें उसके लिए रोजगार की कितनी संभावनाएं हैं? आज हिंदी दुनिया में सर्वाधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है। भारतवर्ष में भी अहिंदी भाषी राज्य के निवासी भी इसे समझ और बोल पा रहे हैं।


इसके साथ-साथ हिंदी भाषा में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं। हिंदी भाषा का अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। वर्तमान समय में हिंदी को लेकर जो पुरानी मानसिकता थी वह टूट रही है। हिंदी भाषा में पर्याप्त क्षमता है जो लोगों को रोजगार तक ले जा सकती है। आज हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर अंग्रेजी के लोग भी हिंदी मीडिया की ओर आकर्षित हो रहे हैं। निश्चित तौर पर हिंदी के विद्यार्थियों के लिए भी चुनौती कम नहीं है। इस चुनौती से निपटने के लिए उन्हें भी द्विभाषी बनना होगा। किसी भी भाषा में निपुणता के लिए उस पर पकड़ बनाना अनिवार्य होता है। हिंदी में भी लोगों को पूर्णता व दक्षता हासिल करनी पड़ेगी।


विदेशी कंपनियों ने भारत में अपने कारोबार को बहुत बढ़ा लिया है। इसके लिए उन्हें हिंदी प्रोफेशनल्स की आवश्यकता है।
आज हिंदी भाषा में ब्लॉग, वेबसाइट और मोबाइल ऐप की भरमार है। इसके लिए देश-विदेश में हिंदी विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है। भारत विदेशी कंपनियों के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है जिसमें अपने उत्पादों के साथ लोगों के बीच पहुंचने के लिए उनकी भाषा की आवश्यकता है। भारत में हिंदी अधिकतर लोगों में बोली तथा समझी जाती है। इसके लिए उन्हें हिंदी विशेषज्ञों की आवश्यकता पड़ रही है। इस प्रकार हिंदी भाषा लगातार लोकप्रियता प्राप्त करती जा रही है।
डॉ.आभा सक्सेना ने कहा सोशल मीडिया से लेकर आमजन तक हिंदी का बोलबाला है। इसलिए हिंदी में रोजगार या करियर बनाने के विकल्पों में लगातार इजाफा हो रहा है।


हिंदी के विद्यार्थियों के लिए - पत्रकारिता, राजभाषा अधिकारी, अध्यापन के क्षेत्र में, आकाशवाणी और समाचार वाचक के रूप में, अनुवादक और दुभाषिया आदि क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की वर्तमान में अपार संभावनाएं हैं। इस अवसर पर डॉ.सरिता बैरवा सहित महाविद्यालय के विद्यार्थीगण मौजूद थे कार्यक्रम का संचालन प्रो.रमेश वसुनिया ने किया, आभार हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.आभा सक्सेना ने माना।