`Black Ribbon Initiative” ’’संकल्प’’ अभियान के तहत 785 वीं कार्यशाला आयोजित, विशेष पुलिस महानिदेशक डॉ कपूर ने साइबर क्राइम पर आयोजित जागरूकता कार्यशाला में बताए साइबर क्राइम से बचने के फंडे
Black Ribbon Initiative’s 785th workshop organized under “Sankalp” campaign, Special Director General of Police told the tricks to avoid cyber crime in cyber awareness seminar

“Black Ribbon Initiative” ’’संकल्प’’ अभियान के तहत 785 वीं कार्यशाला आयोजित, विशेष पुलिस महानिदेशक ने साइबर जागरूकता सेमिनार में बताए साइबर क्राइम से बचने के फंडे
डेली जर्नल हिंदी डेस्क
इंदौर, “Black Ribbon Initiative” ’’संकल्प’’ अभियान के अन्तर्गत डॉ. वरूण कपूर- विशेष पुलिस महानिदेशक द्वारा एपीजे अब्दुल कलाम युनिवर्सिटी इंदौर में बीते सोमवार को याने कि 7 अप्रैल को सायबर जागरूकता एवं सुरक्षा विषय पर कार्यशाला को आयोजन हुआ। कार्यशाला में 315 छात्र-छात्राओं तथा 75 प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. कपूर ने बताया कि कम्प्यूटर और स्मार्ट फोन का उपयोग काफी बढ़ गया है और हमारा अधिकांश समय सोशल नेटवर्किंग साईट, ऑनलाईन गेम्स, शॉपिंग में व्यतीत हो रहा है। कम्प्यूटर, स्मार्ट फोन, इंटरनेट का उपयोग हमारे जीवन का एक अंग हो गया है। इनके बढ़ते उपयोग के साथ ही सायबर अपराधों की संख्या में वृद्धि हुई है। सायबर अपराधियों से बच्चों एवं महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा है। सायबर अपराधी ईमेल, चैट रूम, सोशल नेटवर्किंग साईट, फर्जी वेबसाईटों एवं साफ्टवेयर का उपयोग कर अपना शिकार बनाते हैं।
डिजिटल अरेस्ट की घटनायें भी रोज घटित हो रही है। इन सब का मूल कारण जानकारी एवं जागरूकता की कमी के साथ ही सायबर स्पेश का असुरक्षित ढंग से उपयोग है। अधिकांशतः सायबर अपराध फिशिंग के जरिये किए जाते हैं जिसमें व्यक्ति को डर या लालच दिखाकर अपना शिकार बनाया जाता है।
बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
इनसे बचने के लिए दो बातों का पालन जरूरी है जिसमें पहला अनजान से मित्रता नहीं और दूसरा जाना-पहचाना भी हो तो भी उसकी पड़ताल की जाना चाहिए। सायबर अपराध का शिकार होने से बचना है तो आपको ध्यान रखना होगा कि सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ति की फ्र्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें। अपनी निजी जानकारी जैसे जन्मतिथि, पता, फोन नंबर, बैंक खाता संबंधी जानकारी, क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी, पासवर्ड एवं ओटीपी इत्यादि शेयर न करें। समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहे।
फोन पर बैंक कर्मचारी बताकर कोई आपसे बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड इत्यादि की जानकारी मांगे तो न देवें क्योकि बैंक कभी भी अपने ग्राहकों से फोन के माध्यम से जानकारी नहीं मांगता। सोशल मीडिया पर अनावश्यक और बिना जांच पड़ताल के हर पोस्ट को लाईक, कमेंट एवं फारवर्ड न करें । अनजान लिंक को क्लिक न करें। अनजान स्त्रोतां सें साफ्टवेयर, एप्स, ऑनलाईन गेम इंस्टाल न करें।
सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग न करें। यदि कोई आपको बातचीत को गोपनीय रखने का कहे अथवा अकेले में मिलने का बुलाये, आपको डराये-धमकाये या अनुचित फोटो या विडियो भेजे तो सावधान हो जायें है उसके प्रभाव में न आये । ऐसे लोगों को तत्काल ब्लाक करें और अपने माता-पिता को बतावें ताकि किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो छात्र-छात्राओं क्रमशः अतुल एवं प्रियांशी को डॉं. कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया।