पुलिस की विज्ञान प्रयोगशाला हुई शुरू, अब जल्द मिल सकेगी जांच रिपोर्ट

Police's science laboratory started, now investigation report can be available soon

पुलिस की विज्ञान प्रयोगशाला हुई शुरू, अब जल्द मिल सकेगी जांच रिपोर्ट
Started forensic lab in ratlam

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

रतलाम, पुलिस विभाग की जुलवानिया रोड पर बनी फारेंसिक साइंस लैब की शुरुआत शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअली किया। क्षेत्री न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला के नाम से इसकी शुरुआत हुई है। वर्चुअली कार्यक्रम में रतलाम के साथ ही रीवा की भी प्रयोगशाला शुरू हो गई है। रतलाम की प्रयोगशाला शुरू होने से अब रतलाम के साथ ही मंदसौर और नीमच जिले के पुलिसकर्मियों को किसी भी मामले में जांच के लिए ज्यादा समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वर्चुअली शुरुआत कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हुआ। कार्यक्रम में डीआईजी मनोज कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, महापौर प्रहलाद पटेल, कलेक्टर राजेश बाथम, एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा के साथ ही प्रयोगशाला में नियुक्त किए गए स्टॉफ सहित अन्य थे। रीवा और रतलाम में बनी प्रयोगशालाओं पर 13 करोड़ 50 लाख रुपए का खर्च आया। रतलाम की प्रयोगशाला पर 6.76 करोड़ रुपए खर्च किए गए है। इनमें लैब बनान के लिए 3.66 करोड़ तथा उपकरणों पर 3.10 करोड रुपए खर्च हुए है।

तीन जिलों को होगा फायदा

रतलाम की प्रयोगशाला में रतलाम के साथ ही नीमच और मंदसौर जिलों होने वाले किसी भी अपराध के घटनास्थल से जब्त प्रदर्शों का टाक्सीकोलॉजी, रसायन एवं जीवविज्ञान से संबंधित प्रकरणों का परीक्षण कर रिपोर्ट तैयार होगी।

यह होगा फायदा

नई प्रयोगशाला में इनके क्षेत्राधिकार के जिलों से संबधित आपराधिक प्रकरणों का परीक्षण कर, परीक्षण रिपोर्ट जल्द से जल्द मिल सकेगी। इससे न्यायालयों में भी समय-सीमा में प्रकरणों का निकाल किया जाकर अपराधियों को दंडित करने में मदद मिलेगी।

ये होंगे परीक्षण

1, टॉक्सीकोलॉजी शाखा में जहर खुरानी तथा सर्पदंश एवं विष, जहर से संबंधित अन्य प्रकरणों का परीक्षण किया जाएगा।

2, रसायन शाखा में मादक पदार्थ जैसे शराब, गांजा, भांग, अफीम, ड्रग्स जैसे नशीले पदार्थों तथा रिश्वता संबंधी ट्रेप प्रकरणों मे लोकायुक्त द्वारा जब्त रंगीन घोल संबधित प्रकरणों का किया जाएगा।

3, बायोलॉजी शाखा में हत्या, बलात्कार जैसे गंभीर प्रकरणों में शारीरिक द्रव्यों जैसे रक्त, वीर्य, लार से संबंधित प्रकरणों का परीक्षण किया जाएगा।