आने वाली बारिश में फिर अशोक नगर क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ेगी समस्या क्योंकि पार्षद दूसरे क्षेत्र का निर्माण कार्य करवाने में व्यस्त वार्ड 24 के करमदी रोड स्थित आदिनाथ सिटी कॉलोनी के बाहर 17 लाख 79 हजार रुपए की लगत से सड़क हो रही निर्माण

In the coming rains, the residents of Ashok Nagar area will again have to face problems because the councillor is busy getting construction work done in other areas, ward 24 news, ratlam local news, ratlam news,

आने वाली बारिश में फिर अशोक नगर क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ेगी समस्या क्योंकि पार्षद दूसरे क्षेत्र का निर्माण कार्य करवाने में व्यस्त  वार्ड 24 के करमदी रोड स्थित आदिनाथ सिटी कॉलोनी के बाहर 17 लाख 79 हजार रुपए की लगत से सड़क हो रही  निर्माण

आने वाली बारिश में फिर अशोक नगर क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ेगी समस्या क्योंकि पार्षद दूसरे क्षेत्र का निर्माण कार्य करवाने में व्यस्त

वार्ड 24 के करमदी रोड स्थित आदिनाथ सिटी कॉलोनी के बाहर सड़क निर्माण कार्य पूर्णता की ओर, 17 लाख 79 लाख रुपए की लागत से बन रही सड़क 

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

रतलाम, आज से डेढ़ महीने बाद बारिश शुरू हो जाएगी। बारिश शुरू होते ही शहर के नागरिकों को भारी खीचड़ का सामना करना पड़ेगा। खास तौर पर वार्ड 24 के अशोक नगर के नागरिकों को इस बार फिर भारी कीचड़ गुजरना होगा। क्योंकि अशोक नगर कॉलोनी के अवैध से वैध होने के बावजूद यहां के लोगो को गड्ढे, कीचड़ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वैध होने के बाद 97 लाख की रुपए की राशि शासन से मिली थी लेकिन पार्षद और निगम की लापरवाही से ना कोई काम हो सका और राशि वापस शासन के पास चली गई। इतना ही नहीं बल्कि विधायक मंत्री चैतन्य काश्यप के पास से भी अशोक नगर के लिए  28 फरवरी 2023 को 5 लाख की विधायक निधि जारी हुई थी लेकिन उस निधि का भी कोई इस्तेमाल पार्षद करवा सके और ना निगम क्षेत्र के लिए इस्तेमाल करवा सकी। अब देखने में आ रहा है कि पार्षद इस क्षेत्र में काम ना करवाकर वे करमदी रोड जंगल में स्थित आदिनाथ सिटी कॉलोनी के बाहर की सड़क का निर्माण कार्य करवा रहे है। जिसके लिए निगम से 17 लाख 79 हजार रुपए पास करवाए गए है। पोल को मिलकर कुल 18 लाख की राशि का कार्य होगा। इसमें साफ साफ पार्षद और निगम द्वारा भेदभाव की नीति अपनाई जा रही है।

एक ही वार्ड में दो क्षेत्रों के बीच पार्षद द्वारा किया जा रहा भेदभाव

वार्ड 24 के अंतर्गत आने वाले  क्षेत्र करमदी रोड पर स्थित आदिनाथ सिटी कॉलोनी के बाहर सड़क निर्माण कार्य पास करवाकर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। यह कार्य आदिनाथ सिटी कॉलोनी सुसवाणी माता मंदिर तक सड़क निर्माण हो रहा है। यहां लगभग छह हेलोजन लाइट वाले खूबसूरत हाइ मास्क पोल भी लग कर तैयार है। जिन पोल को बीच शहर में आमजन की सुविधा के लिए लगाने चाहिए यही पोल शहर से बाहर जंगल में जहां कोई आबादी नहीं है वहां पर लगाए जा रहे है। जबकि अशोक नगर के क्षेत्रवासियों के लिए कोई सुविधा नहीं। वे प्रदर्शन करने को मजबूर है। यही पर पास ही में स्थित एक मैरिज गार्डन भी है जिसे लाभ देने के लिए 17 लाख 79 हजार रुपए की राशि से सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। अपने फायदे के लिए राजनीतिक नेता अपना काम करवा ही लेते है। खबर है कि यह मैरिज गार्डन किसी नेता से जुड़ा है इसलिए इसे लाभ दिया जा रहा है। लेकिन अशोक नगर के नागरिकों के लिए नगर निगम और पार्षद के पास काम करने के लिए ठेकेदार नहीं है। 

पार्षद सलीम बागवान और नगर निगम से अशोक नगर क्षेत्र के लोगों के लिए सड़क निर्माण कार्य  के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहा और करमदी क्षेत्र में फटाफट 17 लाख रुपए पास करवाकर सड़क निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया। इनकी जवाबदारी बनती थी कि यदि कोई ठेकेदार निगम का निर्माण काम नहीं ले रहा तो पार्षद ठेकेदार ढूंढने में या कोशिश कर कार्य करवाए लेकिन हालत जस के तस है और पार्षद और निगम द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। 

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विकास शुल्क वसूला लेकिन फिर भी हो रहा भेदभाव

बीते कुछ महीनों पहले अशोक नगर के क्षेत्र वासियों ने तंग आकर नगर निगम में पहुंचकर क्षेत्र में कार्य नहीं करवाने के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया था और पार्षद सलीम भगवान के खिलाफ पार्षद मुर्दाबाद की नारेबाजी भी की थी।  इसके बाद आयुक्त द्वारा सभी मकानों से विकास शुल्क लेकर काम करवाने का वादा किया गया था। फिर निगम द्वारा कैंप लगाकर विकास शुल्क वसूल भी किया गया। क्षेत्र वासियों ने क्षेत्र में कार्य होने की खुशी में विकास शुल्क भी भर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 11 लाख रुपए शुल्क जमा हुआ लेकिन शुल्क वसूलने के बाद भी अब कोई सुधार का निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हो पाया। केवल शुल्क के नाम पर वसूली कर दूसरे क्षेत्र में निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जबकि देखा जाए तो कई लोग इस क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बसेरा करते है। इसके बाद भी लोगों ने सुविधा के लिए शुल्क जमा करवाए और इसके बदले निगम ओर पार्षद द्वारा भेदभाव देखने को मिल रहा है। शायद फिर प्रदर्शन के आसार बनेंगे।