रतलाम पुलिस ने किया हाइ कोर्ट के आदेश का उल्लंघन, जहां फोटो सांझा करने के लिए मनाही उधर पुलिस खुलेआम संवैधानिक मौलिक अधिकारों का हनन कर कान पकड़कर निकाल रही जुलूस, नामली पुलिस नहीं करती हाइवे पर स्थित होटलों ढाबों की जांच और ना मॉनिटरिंग, कांड होता है पुलिस उल्टा बनाती होटल संचालक पर केस

Ratlam police violated the High Court order, where sharing of photos is prohibited, on the other hand police is openly violating the constitutional fundamental rights and taking out processions by holding the ears,crime news, hotel patel empire, hotel news,

रतलाम पुलिस ने किया हाइ कोर्ट के आदेश का उल्लंघन, जहां फोटो सांझा करने के लिए मनाही उधर पुलिस खुलेआम संवैधानिक मौलिक अधिकारों का हनन कर कान पकड़कर निकाल रही जुलूस, नामली पुलिस नहीं करती हाइवे पर स्थित होटलों ढाबों की जांच और ना मॉनिटरिंग, कांड होता है पुलिस उल्टा बनाती होटल संचालक पर केस

रतलाम पुलिस ने किया हाइ कोर्ट के आदेश का उल्लंघन, जहां फोटो सांझा करने के लिए मनाही उधर पुलिस खुलेआम संवैधानिक मौलिक अधिकारों का हनन कर कान पकड़कर निकाल रही जुलूस, नामली पुलिस नहीं करती हाइवे पर स्थित होटलों ढाबों की जांच और ना मॉनिटरिंग, कांड होता है पुलिस उल्टा बनाती होटल संचालक पर केस

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

रतलाम, बीते दिनों नामली में हिंदू मुस्लिम लव अफेयर मामले में सेमलिया के अयान अली उम्र 22 पर रेप का मामला नामली थाना पुलिस ने दर्ज किया और उसे जेल भी भेज दिया  लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी मीडिया को यह नहीं बताया कि असल में पुलिस ने सेमलिया के अयान पर किन किन धाराओं में मामला दर्ज किया। किसी भी मीडिया ने अयान पर लगी धारा के बारे में स्पष्ट नहीं किया क्योंकि पुलिस रेप का मामला दर्ज करने की बात ही बताई है। पुलिस ने भी धाराओं का स्पष्टीकरण नहीं किया। मीडिया में धौंसवास के आगे महू नीमच रोड पर स्थित होटल पटेल एम्पायर अय्याशी का अड्डा बता दिया जबकि ऐसा कोई मामला इसी होटल पूर्व में प्रकाश में नहीं आया है क्योंकि बता दें होटल पटेल एम्पायर को शुरू हुए को ही दो महीने हुए है। रतलाम पुलिस के मुताबिक मामला जांच में है। 

कुछ नफरती जिहाद के गलत मायने बता रहे

जिहाद का अर्थ उर्दू में "संघर्ष" या "प्रयास" है। यह एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ है किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करना। जिहाद का अर्थ सिर्फ युद्ध से नहीं है, बल्कि इसका मतलब है कि अपने आप को बेहतर बनाने के लिए, अपने धार्मिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए, और अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना।

रतलाम पुलिस ने किया हाइ कोर्ट के आदेश का उल्लंघन, जहां फोटो सांझा करने के लिए मनाही उधर पुलिस खुलेआम कान पकड़वाकर निकलवा रही जुलूस 

वहीं पुलिस के द्वारा सेमलिया के अयान पर दर्ज किए रेप के मामले में भी पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस ने अयान की गिरफ्तारी तो की लेकिन उसे मेडिकल करवाने के के लिए उसे अस्पताल तक जुलूस निकालकर ले जाया गया जिसपर अयान की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े है। इसे लेकर ग्वालियर बेंच की हाई कोर्ट के आदेश का भी उल्लंघन है। ग्वालियर हाइ कोर्ट ने यह कहते हुए आदेश जारी किया है कि किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भर से उसे दोषी नहीं माना जा सकता। पीड़ित और आरोपी को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस मीडिया ट्रायल को बढ़ावा दे रही है। अब ऐसे ऐसे में कभी कोई सिरफिरा यदि हमला करता या कुछ हो जाता तो जवाब पुलिस को देना पड़ेगा। 

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ऐसे में हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने आरोपियों की पहचान सार्वजनिक करने पर रोक के आदेश दिए थे। कोर्ट ने आरोपियों के फोटो तक मीडिया और सोशल मीडिया में छपवाने पर रोक लगा रखी है लेकिन नामली पुलिस ने तो अयान का कान पकड़वाकर जुलूस तक निकल दिया जबकि मामला अभी जांच में है। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में तत्कालीन डीजीपी के 2014 के उस सर्कुलर पर रोक भी लगाई थी जिसमें उन्होंने आरोपियों की फोटो सार्वजनिक करने की अनुमति दी थी। हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने अपना अहम फैसला सुनाते हुए जांच होने तक आरोपियों की पहचान गुप्त रखने का आदेश दिया था लेकिन नामली पुलिस ने तो फोटो तो क्या पूरा वीडियो बनाकर ही तमाशा कर बना दिया। 

हाईकोर्ट ने आदेश में यह कहा है

हाईकोर्ट की ग्वालियर पीठ ने साल 2020 में अपने आदेश में कहा-किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भर से उसे दोषी नहीं माना जा सकता। पीड़ित और आरोपी को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस मीडिया ट्रायल को बढ़ावा दे रही है। आरोपियों की मीडिया परेड कराने की बजाए पुलिस को मामले की जल्द जांच पर फोकस करना चाहिए। कोर्ट ने कहा इस आदेश की अवहेलना करने पर उस ज़िले के एसपी और संबंधित पुलिस अधिकारी दोषी जाएंगे। 

 होटल व्यापारियों की राजनीति का शिकार हो रहा होटल पटेल एम्पाय

होटल पटेल एम्पायर के संचालक और मालिक हरीश पाटीदार ने बताया कि 23 अप्रैल को अयान और उसके साथ आई युवती और एक व्यक्ति पांचाल जी साथ आए थे। मैं बाहर उज्जैन था, अयान और युवती के साथ आए किसी पांचाल ने मेरे परिचित से बोलकर कमरा दिलवाया था। जबकि हमने तो बाहर होने का बोलकर कमरा देने से ना कर दिया था। लेकिन उसने मेरे परिचित से बोलकर कमरा लिया, शायद उन्हें भी नहीं पता था कि लड़का लड़की के लिए कमरा बुक करना था क्योंकि उन्होंने तीन लोगों के होने की बात कही थी।  जिसपर मौके पर मौजूद कर्मचारी ने आईडी प्रूफ की कॉपी लेकर कमरा दे दिया था। हमने कोई जानकारी छुपाई भी नहीं, दोनों के आईडी कार्ड और यहां तक कि मोबाइल नंबर भी लिखे हुए है। सभी के आईडी कार्ड की कॉपी हम लेकर रखते है। हरीश पाटीदार ने बात करते हुए बताया कि मुझे पटेल एंपायर होटल खोले को लगभग 2 महीने 10 दिन हो चुके हैं होटल लाइन में नया नया आने से हमारे साथ बिजनेस में राजनीति खेली जा रही है और मुझे पता है कि कौन बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। नामली के पास फोरलेन पर हमारे यह पर कम बजट में शादी के लिए बैंक्विट हॉल, स्विमिंग पुल वगैरह दिया जा रहा है जिससे कुछ हमे निशाना बनाने में लगे है। कमरे की बात को करीब 22 दिन होने को हुए है। हमारे यहां पर कई पुलिसकर्मी चाय नाश्ते के लिए आते है लेकिन किसी ने भी यह राय दी कि डिटेल्स थाने पर भी समय समय पर जमा करने है हालांकि जानकारी सभी की ली जाती है। जबकि शादी के लिए दी जाने वाले हॉल के लिए तक जानकारी ली जाती है। 

नामली क्षेत्र पुलिस फोरलेन पर स्थित होटल पर नहीं करती पुलिस जांच और ना होती मॉनिटरिंग

कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद से होटल और लॉज की चेकिंग के आदेश शहर में  जारी हुए थे लेकिन शायद नामली पुलिस फोरलेन पर चेकिंग स्थित होटलों की चेकिंग करना भूल गई। इससे फिर यही जाहिर होता है कि नामली पुलिस द्वारा होटल संचालकों की किसी तरह की कोई मॉनिटरिंग नहीं की जाती है। पटेल एम्पायर होटल संचालक हरीश पाटीदार ने बताया दो महीने हो गए लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी जांच करने नहीं आया और ना यह बताया कि ठहरने वालों की जानकारियां थाने पर देना है और न किसी तरह का कोई रतलाम जैसा होटल लॉज और पुलिस का व्हाट्सएप ग्रुप बना हुआ है। कुछ दिनों पहले अखबार में लगी खबर के द्वारा जानकारी मिली कि पुलिस तक थाने में जानकारी देनी है। 

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